एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, वेब ब्राउज़र के नाम, डिवाइस ड्राइवर (application software, web browser ke name, device driver)

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (application software)

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

वो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो विशेष रूप से उपयोगकर्ताओं ( यूजर ) के लिए तैयार किये जाते है इनको एंड यूजर प्रोग्राम्स भी कहते है ।

कुछ प्रोग्राम्स जैसे वर्ड प्रोसेसर , वेब ब्राउज़र , एक्सेल एप्लीकेशन सॉफ्टवेर की श्रेणी में आते है ।

इन प्रोग्रामों कों बेसिकया स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशन के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है ।

बेसिक एप्लीकेशन : इन एप्लिकशनों को व्यापक रूप से जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है :

1.व्यापार 2.शिक्षा 3.चिकित्सा विज्ञान 4.बैंकिंग 4.इंडस्ट्रीज

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग आप अनेक कामों के लिये कर सकते है जैसे संदेश भेजने , दस्तावेज़ तैयार करने , स्प्रेडशीट बनाना , डेटाबेस , ऑनलाइन शॉपिंग आदि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर इस तरीके से तैयार किये जाते है जिससे उपयोगकर्ता के लिये काम करना लिए बेहद आसान हो जाता है । उदाहरण के लिए यदि कोई उपयोगकर्ता किसी भी वर्ड ( MS Word फ़ाइल को बनाता तो उसे margin , line spacing , font साइज़ पहले से ही सेट मिलता है जिसे वो अपने अनुसार चेंज कर सकता है । उपयोगकर्ता ( यूजर ) डॉक्यूमेंट में रंगभरने , शीर्षकों , और तस्वीरें आवश्यकता अनुसार जोड़ सकते हैं । उदाहरणः- एक वेब ब्राउज़र एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेर ही जिसे विशेष रूप से इंटरनेट पर पाई जाने वाली इनफार्मेशन एवं कंटेंटखोजने के लिए तैयार किया गया है ।

1.वीर कल्लाजी, कल्ला राठौड़, हड़बू जी (veer kallaji, kalla rathor, harabu ji)


2.महानायक पाबूजी (mahanayak pabuji)

वेब ब्राउज़र के नाम (web browser ke name)

वेब ब्राउज़र के नाम : इंटरनेट एक्सप्लोरर ( Internet Explorer ) , मोज़िला फायरफोक्स ( Mozilla Firefox ) , गूगल क्रोम ( Google Chrome ) एवं सफारी ( Safari )
स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशन में हजारों अन्य प्रोग्राम है

जोकि विशिष्ट विषयों और व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करते है ।

कुछ सबसे अच्छे प्रोग्राम्स है – ग्राफिक्स , ऑडियो , वीडियो , मल्टीमीडिया , वेब लेखन , और कृत्रिम बुद्धि ( artificial intelligence )

1.राजस्थान के लोकवदेता, रामदेवजी (rajasthan ke lockvadevta, ramdevji)

डिवाइस ड्राइवरः (device driver)

डिवाइस ड्राइवरः ये एक तरह के विशेष प्रोग्राम होते है जो अन्य इनपुट और आउटपुट डिवाइस को बाकी के कंप्यूटर प्रणाली के साथ संवाद ( कम्यूनिकेट ) करने की अनुमति प्रदान करते है ।सर्वर : सर्वर की आवश्यकता तब पड़ती है जब अलग अलग यूजर द्वारा किये गये अनुरोधों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम करन करने की जरुरत होती है |

1.साँपों के देवता गोगाजी (sapo ke devta goga ji)


2.जाट लोकदेवता तेजाजी (jaat lockdevta tejaji)


3.देवनारायण जी गुर्जर (devnarayan ji gurjar)


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *