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राजस्थान की मीठे पानी की झीले (rajasthan ki mithe pani ki jeele)

मीठे पानी की झीले (mithe pani ki jeele)

मीठे पानी की झीले
मीठे पानी की झीले

जयसमंद झील (उदयपुर) (jaysamnd jeel (udaypur) – उदयपुर में 51 किमी द,पु स्थित इस मीठे पानी की झीले का निर्माण मेवाड़ के महाराणा जयसिंह द्वारा 1685 ई, में गोमती नदी पर बांध बनाकर इनका निर्माण करवाया गया था जयसमंद विश्व की मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील है जिसे स्थानीय लोग ढेबर झील के नाम से जानते हैं यह झील 15 किलोमीटर लंबी तथा 8 किलोमीटर चौड़ी है

– वर्षा काल में इस झील का कुल क्षेत्रफल लगभग 500 वर्ष का हो जाता है

– झील में कुल सात टापू है जहां भील एवं मीणा जनजाति के लोग निवास करते हैं इसमें सबसे बड़े टापू का नाम बाबा का भागड़ा एवं दूसरा बड़ा नाम प्यारी है बाबा का बागड़ा पर आइलैंड रिसॉर्ट नामक होटल स्थित है 1950 ई में जयसमंद झील से श्यामपुरा एवं भाट नहर निकाली गई जयसमंद के निकट एवं पहाड़ी पर चित्रित हवामहल एवं रूठी रानी का महल स्थित है जहां पर उदयपुर रियासत की शीतकालीन राजधानी होती थी|


1.बायो गैस योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (bayo gess yojana, pradhanmantri karshi sichai yojana)


2.पश्चिमी राजस्थान गरीबी शमन परियोजना, सीमावर्ती क्षेत्र विकास कार्यक्रम (paschimi rajsthan garibi shaman priyojana, simavarti chetra vikas karyakram)


राजसमंद / राजसमंद झील (राजसमंद) (rajsamnd / rajsamnd jeel (rajsamnd)

– यह राज्य की एकमात्र ऐसी झील है जिस पर किसी जिले का नामकरण हुआ है |

– राजसमंद झील का निर्माण उदयपुर के महाराणा राजसिंह द्वारा 1662 ई में छोटी गोमती नदी पर बांध बनवाकर किया गया|

– इस झील राजसमंद झील में काकरोली रेलवे स्टेशन के निकट स्थित है|

– झील का उत्तरी भाग नौ चौकी कहलाता है जहां पर सफेद संगमरमर के 25 विशाल शिलालेखों पर लिखी गई रास्ते में मेवाड़ साम्राज्य की स्थापना से लेकर राज्य तक का इतिहास संस्कृत भाषा में लिखा गया है राजप्रशासित महाकाव्य की रचना महाराणा राजसिंह के दरबारी कवि रणछोड़ भट्ट ने की थी|

– राजसमंद झील के किनारे घेवर (गेवर) माता का मंदिर एवं दयाल शाह का किला स्थित है |


राजस्थान में रेल परिवहन (rajasthan me rel privahan)

पिछोला झील( उदयपुर) (pichola jeel (udaypur)

– चौहद्दी शताब्दी में राणा लाखा (मेवाड़) के शासनकाल में एक बंजारे द्वारा पिछड़ी गांव के निकट इसका निर्माण करवाया गया था महाराणा उदय सिंह ने इसकी मरम्मत करवाई ! वर्तमान में यह मनोरम झील के उदयपुर नगर के पश्चिम में लगभग 7 किमी की लंबाई में फैली थी सीसारमा वह बुझरा नदी इस झील को जलापूर्ति करती हैं

– जेल में स्थित दो टापू पर जग निवास एवं जगमंदिर महल बने हुए हैं यहां लेक पैलेस होटल हैं

– महाराणा करण सिंह के समय जगमंदिर महल में शहजादा खुर्रम (शाहजहां) ने अपने पिता जहांगीर से विद्रोह के समय शरण ली थी जगमंदिर महल में ही 1857 ई में राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान महाराणा स्वरूप से नीमच की छावनी से भागकर आए 40 अंग्रेजों को शरण देकर क्रांतिकारियों से बचाया था जग निवास मेल (लेक पैलेस) विश्व के सुंदरतम महलों में से एक माना जाता है

इस महल का निर्माण महाराणा जगतसिंह ने 1746 करवाया था

– पिछोला झील के किनारे चामुंण्डा माता का मंदिर स्थित है जहां देवी के पद चिन्हों की पूजा की जाती है

– उदयपुर का राजमहल( सिटी पैलेस ) बना हुआ है |

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