मेग्नेटिक मेमोरी (magnetic memory)
सेकेंडरी मैमोरी की विशेषताएं :
ये ऑप्टिकल और मेग्नेटिक मेमोरी होती हैं । ( बैक अप मेमोरी के रूप उपयोग होती है )
बिजली बंद ( power off ) होने बाद भी डेटा स्थायी रूप से संग्रहीत रहता है । ( नॉन – वोलेटाइल मेमोरी )
1.इनपुट डिवाइस, कीबोर्ड, माउस (input device, keyboard, mouse)
मैमोरी (memory)
Secondary Memory को एक्स्टर्नल मेमोरी या नॉन – वोलेटाइल मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है । यह मुख्य मेमोरी की तुलना में धीमी होती है । इसका प्रयोग स्थायी रूप से डेटा और इनफार्मेशन के भंडारण के लिए किया जाता है । CPU सीधे इन मेमोरी का उपयोग नहीं करता है , बल्कि वह इनपुट , आउटपुट routines द्वारा मेमोरी को एक्सेस करता है । सेकण्डरी मेमोरी के कंटेट पहले मुख्य मेमोरी में स्थानांतरित होती है , और इसके बाद सीपीयू उसका उपयोग कर सकता है ।
1.कम्प्यूटर सिस्टम के लाभ, प्रोसीजर, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, डेटा (computer system ke labh, procedure, software, hardware, deta)
प्राइमरी मेमोरी ( मैन मैमोरी ) (primary memory(men memory)
मेमोरी केवल उन डेटा और निर्देश को जमा कर के रखती है जिस पर वर्तमान में कंप्यूटर काम कर रहा है । जब बिजली बंद ( power off ) हो जाती है तब यह मेमोरी डेटा खो देती है । आम तौर पर यह प्राइमरी मेमोरी अर्धचालक उपकरणों से बनी होती है – इसका मतलब सिलिकॉन आधारित ट्रांजिस्टर से मिलकर बने हुए एकीकृत सर्किट ( integrated circuits ) होता है । रैम ( RAM – Random Access Memory ) और रोम ( ROM Read Only Memory ) मुख्य मेमोरी के दो उदाहरण हैं ।
रैम ( RAM ) वॉलेटाईल मेमोरी है । फ्लैश मेमोरी , रोम / प्रोम ( Programmable ROM ) / EPROM ( Erabsable PROM ) नॉन – वॉलेटाईल मेमोरी के उदाहरण हैं । डेटा और निर्देश ( Instructions ) जो की प्रोसेस करने के लिए आवश्यक हैं , मुख्य मेमोरी में रहते हैं । मुख्य ( Main ) मेमोरी की विशेषताएँ :
यह कंप्यूटर के काम करने वाली ( working memory ) मेमोरी है ।
इसकी गति मुख्य मेमोरी से भी तेज होती है ।
1.कंप्यूटर की विशेषताएं, सीमा लिमिटेशन (computer ki vishesataye, sima limiteshan)
2.कंप्यूटर की पीढ़िया (computer ki pidhiya)
3.हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर, सिस्टम सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, विडाजत, यूटिलिटीज (hardware or software, system software, operating system, Windows OS, utilities)