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विमंदित महिला योजना, बालगृह योजना, आवासीय विद्यालय योजना, vimndit mahila yojana, balgrah yojana, awasiya vidyalaya yojana

 विमंदित महिला योजना, बालगृह योजना, vimndit mahila yojana, balgrah yojana

 बालगृह योजना
बालगृह योजना

विभाग द्वारा मानसिक महिलाओं एवं बच्चों के शिक्षण, प्रशिक्षण एवं पुनर्वास हेतु जयपुर में वर्ष 1983-84 से विमंदित महिला एवं बालगृह योजना केंद्र में 50 महिलाओं एवं 25 बच्चों के शिक्षण/ प्रशिक्षण ,भोजन, वस्त्र, आवास एवं चिकित्सा सुविधा की नि:शुल्क व्यवस्था होनी आवश्यक है |

योजना का उद्देश्य

मानसिक एवं बच्चों का शिक्षण/ प्रशिक्षण एवं पूर्णवास|

निराश्रित बालगृह योजना (nirasheret balgarh yojna)

योजना की पात्रता

विमंदित महिला गृह में निराश्रित एवं विमंदित महिलाओं एवं बच्चों को न्यायलय, पुलिस,सामाजिक कार्यकर्ता, मनोचिकित्सालय एवं सामाजिक संस्थाओं से स्थानांतरित कर रखा जाता है

और उसका संपूर्ण व्यय राजस्थान सरकार वहन करती हैं|

योजना के लाभ-

विमंदित महिला गृह में निराश्रित के प्रवेश होने पर आवास ,भोजन, वस्त्र, चिकित्सा, प्रशिक्षण आदि का संपूर्ण व्यय राजस्थान सरकार वहन करती है|


भिक्षावृत्ति अवांछित योजना (bhikshavarti avanchit yojna)

आवासीय विद्यालय योजना, awasiya vidyalaya yojana

छितरी आबादी वाले दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब बेघर बच्चों हेतु यह योजना छितरी आबादी वाले दूरस्थ क्षेत्रों में गरीब एवं बेघर बालक /बालिकाओं के लिए 7 आवासीय विद्यालयों के रूप में संचालित की गई है|

सामाजिक अधिकारिता विभाग योजना – विश्वास योजना (samajik adhikarita vibhag yojna – visvas yojna)

योजना के उद्देश्य-

छितरी आबादी वाले दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब एवं बेघर बालक ,बालिकाओं को शिक्षित कर उनका जीवन कौशल बढ़ाना|

योजना के लाभ –

गरीब एवं बेघर बालक/ बालिकाओं को शिक्षा ,आवास, भोजन एवं दैनिक उपयोगी सामग्री नि:शुल्क उपलब्ध करवाने हेतु 7 आवासीय विद्यालय का संचालन किया गया|

योजना की पात्रता –

छितरी आबादी वाले क्षेत्रों के गरीब एवं बेघर परिवारों के बच्चे|

आवासीय विद्यालयों में 80% स्थान अनुसूचित जनजाति के लिए ,12% अनुसूचित जाति वर्ग हेतु 7% स्थान एवं अन्य पिछड़ा वर्ग एवं 1% विशेष पिछड़ा वर्ग के लिए |

1.आमेर का शिलालेख, गोठ मांगलोद का शिलालेख (aamer ka silalekh, goth manglod ka silalekh)


2.पुरालेखीय स्रोत – नेमिनाथ (आबू), चीरवे का शिलालेख, बीकानेर का शिलालेख (puralekhiy sarot – neminath – aabu, chirve ka shilalekh, bikaner shilalekh)

3.फारसी साहित्य, हुमायूँनामा साहित्य (pharasi sahity – humayunama sahity)



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