महाराणा सांगा व इब्राहीम लोदी (maharana sanga v ebrahim lodi)

राणा सांगा व इब्राहीम लोदी – सिकन्दर लोदी की मृत्यु होने पर 1512 ई . में इब्राहीम लोदी दिल्ली का सुल्तान बना । महाराणा सागा व इब्राहीम लोदी के मध्य निम्न युद्ध हुए :
खातौली बूंदी का युद्ध (khatoli bundi ka yudha)( 1518 ई . ) –
राणा सांगा व इब्राहीम लोदी के मध्य लड़ा गया जिसमें राणा सांगा विजयी रहे । बाड़ी (धौलपुर) का युद्ध राणा सांगा व इब्राहीम लोदी के सेनानायकों मियाँ हुसैन व मियाँ मक्खन के मध्य , इसमें भी राणा सांगा विजयी रहे ।
जनजाति कल्याण कार्यक्रम (janjati kalyan karyakram)
महाराणा सांगा व बाबर का युद्ध (maharana sanga v babar) 1504 ई . –
काबुल में सत्ता स्थापित होने के पश्चातु मुगल सेनानायक बाबर दिल्ली सल्तनत के असन्तुष्ट सामन्तों के निमंत्रण पर दिल्ली पर आक्रमण करके पानीपत के प्रथम युद्ध ( 1526 ई . ) में इब्राहीम लोदी को हराकर दिल्ली व आगरा का शासक बन गया ।
खानवा भरतपुर का युद्ध (khanva bhartpur ka yudh)( 17 मार्च 1527 ई.)
महाराणा सांगा व बाबर के मध्य , जिसमें बाबर विजयी रहा तथा भारत में मुगल सत्ता की स्थापना हुई । खानवा के युद्ध में सांगा के पक्ष में उसके मुस्लिम सेनापति हसन खाँ मेवाती ने युद्ध लडा खानवा के युद्ध में घायल होने पर महाराणा सांगाको उनके विश्वस्त सरदार बसवा ( दौसा ) ले गए , वहाँ होश में आने पर महाराणा सांगा ने बिना बाबर को हराये चित्तौड़ न जाने व सिर पर पगड़ी नहीं बाधने की कसम खाई तथा स्वयं । ईरिच के मैदान में पहुँच गया तथा राजपूत सरदारों को युद्ध हेतु आमंत्रित किया, यहाँ पर किसी ने उसे जहर दे दिया जिससे उनकी काल्पी में 30 जनवरी , 1528 में मृत्यु हो गई इनका दाह संस्कार माण्डलगढ़ (भीलवाड़ा) में किया गया , जहाँ उनकी समाधि स्थित है ।
1.मुख्यमंत्री राजश्री योजना (mukhyamantri rajshree yojana)
2.जननी सुरक्षा शिशु योजना (janni suraksha shishu yojana)
3.स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना (swasthy evm parivar kalyan vibhag yojana, mukhyamantri ni shulk janch)