राणा हम्मीर (rana hammir)

मालदेव चौहान की 1321 ई . में मृत्युपरांत सिसोदा के सरदार राणा हम्मीर देव ने विरवड़ी देवी एवं उनके पुत्र बारूजीसौदा ( चारण ) के सहयोग से 1326 ई . में चित्तौड़ पर अधिकार करके सिसोदिया वंश की नींव डाली ।
इस कारण हम्मीर को मेवाड़ का उद्धारक ‘ कहा जाता है ।
० राणा हम्मीर ने दिल्ली सुल्तान तुगलक के आक्रमण को विफल किया ।
० राणा हम्मीर को ‘ विषम घाटी पंचानन ‘ की उपाधि महाराणा महारा कुम्भा द्वारा रचित रसिक प्रिया ’ टीका एवं कीर्तिस्तम्भ प्रशस्ति में दिया।
1.राजस्थान में मत्स्य पालन (rajasthan me matsya palan)
2.राष्ट्रीय गोवंश एवं भैंस प्रजनन परियोजना (rashtriya govansh avm bhes parjanan priyojana)
महाराणा लाखा (लक्षसिंह)
(maharana lakha lakshsingh)
० 1382 ई . में हम्मीर के पुत्र क्षेत्रसिंह का पुत्र लाखा ( लक्षसिंह ) चित्तौड़ के सिंहासन पर बैठा ।
० राठौड़ शासक राव चूड़ा का बड़ा पुत्र राव रणमल उत्तराधिकारी न बनाने से नाराज होकर महाराणा लाखा की सेवा में गया । तथा राणा लाखा ने मेवाड़ की सेना भेजकर मण्डोर पर अधिकार करने में रणमल की सहायता की रणमल ने अपनी बहन हंसाबाई की शादी महाराणा लाखा से इस शर्त पर की कि हंसाबाई का पुत्र ही उत्तराधिकारी बनेगा । महाराणा लाखा के पुत्र कुँवर चूड़ा ने महाराणा की शर्त पूरी करने हेतु शासक न बनने व आजीवन कुँवारा रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की ,
ऐसी प्रतिज्ञा महाभारत काल में गंगा पुत्र भीष्म ने अपने पिता राजा शान्तनु के लिए की थी ।
अतः कुँवर चूड़ा को राजस्थान का भीष्म ‘ कहा जाता है ।
राजस्थान में विविध विकास कार्यक्रम (rajasthan me vividh vikas karyakram)
महाराणा मोकल (maharana mokal)(1421- 433 ई.)
० महाराणा लाखा के मृत्युपरांत हंसा बाई की कोख से जन्मे मोकल को चूड़ा ने मेवाड़ के सिंहासन पर बिठाया । मोकल ने मालवा के परमार शासक राजा भोज द्वारा निर्मित त्रिभुवन नारायण शिव मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया जो | वर्तमान में समिद्धेश्वर मंदिर ‘ कहलाता है ।
महाराणा मोकल की हत्या चाचा व मेरा ने 1433 ई . में की
जब वे सेना सहित गुजरात सुल्तान के विरुद्ध जीलवाड़ा में पड़ाव डाले हुए थे ।
2.भामाशाह योजना( ग्रामीण विकास), मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना (mukhyamantri aadarsh gram panchayat yojana)