महाराणा रायमल (maharana raymal)(1473 – 1509 ई.)

ऊदा ( उदयसिंह ) 1468 ई . में शासक बना लेकिन शीघ्र ही सामन्तों ने कुम्भा के छोटे पुत्र रायमल को महाराणा रायमल घोषित करके 1473 ई . में राजसिंहासन पर बिठाया ।
रायमल के शासनकाल में मेवाड़ के कुछ भागों पर पड़ोसी राज्यों ने अधिकार कर लिया था ।
महाराजा अभयसिंह, विजयसिंह, महाराजा मानसिंह (maharaja abhayasingh, vijayasingh, maharaja mansingh)
महाराणा सांगा (maharana sanga) (1509-1528 ई.)
रायमल के तीन पुत्रों पृथ्वीराज , जयमल व संग्रामसिह ( साग ) ने अपनी जन्मपतियाँ ज्योतिषी व एक पुजारिन को दिखाई जिन्होंने संग्रामसिंह (सांगा) के भाग्य में राजयोग बतायाजिससे क्रुद्ध होकर पृथ्वीराज ने संग्रामसिंह ( सांगा ) पर वार किया जिससे उनकी आँख चली गई तथा सांगा ने भागकर कर्मचंद ( अजमेर ) के यहाँ शरण ली । बाद में पृथ्वीराज व जयमल की मृत्यु हो जाने पर सांगा 5 मई , 1509 ई . में मेवाड़ का शासक बना । महाराणा सांगा जब मेवाड़ का शासक बना
उस समय दिल्ली में सुल्तान सिकन्दर लोदी, गुजरात में महमूद बेगड़ा तथा मालवा में नासिर शाह का शासन था ।
राजस्थान के जलप्रपात (rajasthan ke jalprapat)
महमूद खिलजी (mahamud khilji)
महमूद खिलजी को मालवा का शासक बनाने में चन्देरी के राजपूत सरदार मेदिनीराय ने सहायता दी
लेकिन मेदिनीराय की बढ़ती शक्ति से घबराकर गुजरात की सहायता से महमूद खिलजी ने मेदिनीराय पर आक्रमण करके उसके पुत्र व परिवार की हत्या उस समय कर दी गईजब मेदिनीराय महाराणा सांगा से सहायता प्राप्त करने गया हुआ था तत्पश्चात खिलजी ने गागरोन पर आक्रमण कर दिया , इससे क़द होकर महाराणा सांगा ने विशाल सेना के साथ आक्रमण किया । गागरोन में हुए युद्ध में मालवा की सेना हार गई तथा सुल्तान खिलजी को घायल अवस्था में ही बंदी बना लिया गया ।महाराणा सांगा ने सुल्तान महमूद खिलजी का अपनी देखरेख में इलाज करवाया
तथा सभी घाव ठीक होने पर ससम्मान मालवा भेजकर सहिष्णुता का ऐतिहासिक उदाहरण प्रस्तुत किया ।
गुजरात के सुल्तान मुजफ्फरशाह व महाराणा सांगा के मध्य ईडर के उत्तराधिकार को लेकर कई बार संघर्ष हुआ
जिसमें गुजरात सुल्तान को हर बार हार का मुंह देखना पड़ा ।
1.राजस्थान में खारे पानी की झीले (rajasthan me khare pani ki jeele)
3.नकी झील (सिरोही) (naki jeel (sirohi)
4.फतेहसागर झील उदयपुर, पुष्कर झील अजमेर (phatehasagar jeel udaypur, puskar jeel ajmer)