मगरा क्षेत्रीय विकास योजना, magra chetriya vikas yojana
राजस्थान के दक्षिणी मध्य के जनजाति उपयोजना क्षेत्र के अलावा क्षेत्र जो पहाड़ियों से घिरा हुआ है जहां अन्य पिछड़ी जाति अल्पसंख्यक लोगों का अधिवास है मगरा क्षेत्र का जाता है मगरा क्षेत्र में रहने वाले लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के साथ-साथ क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु वर्ष 2005-06 में मगरा क्षेत्रीय विकास योजना प्रारंभ किया गया तथा मगरा क्षेत्र में राजस्थान के 5 जिलों- यथा भीलवाड़ा ,अजमेर, चित्तौड़गढ़ ,राजसमंद, एवं पाली के कुल 14 पंचायत समितियों के 1426 ग्रामों को सम्मिलित किया गया है यह भी शत-प्रतिशत राजस्थान वित्त पोषित योजना है|
मगरा क्षेत्रीय विकास योजना का उद्देश्य,magra chetriya vikas yojana ke udheshya
मगरा क्षेत्रीय विकास योजना की आवश्यकता एवं क्षेत्र में जन आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य स्वीकृत कर, रोजगार के अवसर सर्जित करना सामुदायिक परिसंपत्तियों एवं आधारभूत भौतिक संपत्तियों का सर्जन करना स्थाई समुदाय को रोजगार की उपलब्धता एवं उनके जीवन स्तर में सुधार करना स्थानीय एवं अन्य लोगों की जन भागीदारी सुनिश्चित करना स्थानीय लोगों के परंपरागत कार्यों को विकसित करने एवं उनके जीविकोपार्जन की परियोजना लागू करना
मुख्यमंत्री राजश्री योजना (mukhyamantri rajshree yojana)
जननी सुरक्षा शिशु योजना (janni suraksha shishu yojana)
मगरा क्षेत्रीय विकास योजना के लाभ, magra chetriya vikas yojana ke labh
योजनातर्गत ग्रामीण क्षेत्र में स्थानीय समुदाय के लाभ एवं उपयोगिता का कोई भी सार्वजनिक कार्य कराया जा सकेगा जिसमें किसी राजकीय विभाग या पंचायती राज संस्था के स्वामित्व वाली सामुदायिक परिसंपत्ति /आधारभूत सुविधाओं के सर्जन के साथ साथ मगरा क्षेत्रीय विकास योजना एवं रोजगार अवसर सृर्जित हों। सामुदायिक परिसंपत्तियों /आधारभूत भौतिक सुविधाओं के सर्जन के कार्य यथा – हैंण्डपम्प, ट्यूबवेल, नलकूप से संबंधित कार्य भवन निर्माण, सड़क निर्माण ,राजकीय शिक्षण संस्थाओं ,के लिए भवन निर्माण संपर्क -सड़क/ पुलिया /पर्यटन स्थलों पर आधारभूत सुविधाएं चिकित्सालय भवन निर्माण, पशु चिकित्सालय, भवन पुस्तकालय ,भवन सार्वजनिक, शौचालय निर्माण, अधिकारी जल ग्रहण विकास के कार्य ,भी करे जा सकेंगे
3.राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम (rashtriya shay niyantran karyakarm)