राजीव गांधी सिद्धमुख नोहर सिंचाई परियोजना (rajiv gandhi sidhdmukh nohar sichai priyojana)
– भाखड़ा नांगल परियोजना से राजस्थान को प्राप्त जल आवटन के उपयोग हेतु राजीव गांधी सिंचाई परियोजना नोहर निकाली गई है जो (भीरानी गांव) हनुमानगढ़ से राजस्थान में प्रवेश करते हैं इस परियोजना द्वारा राज्य के हनुमानगढ़ नोहर भादरा तहसील है एवं चूरू राजगढ़ तहसील जिला के 1.11 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई होती हैं
परियोजना द्वारा शिलान्यास 1990 ई. में राजीव गांधी (प्रधानमंत्री ) द्वारा तथा लोकापर्ण
वर्ष 2002 में सोनिया गांधी (नेता प्रतिपक्ष लोकसभा) द्वारा किया गया( भीरानी गांव मे)|
2.भामाशाह योजना( ग्रामीण विकास), मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना (mukhyamantri aadarsh gram panchayat yojana)
सिद्धमुख – रतनपुर वितरिका (sidhdmukh – ratanpura vitarika)
– यह सिद्धमुख परियोजना का एक प्रमुख विस्तार हैं जिससे राज्य के हनुमानगढ़ चुरू जिला के 18, 350 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई होती हैं तथा वर्ष 1998 में पोखरण के परमाणुओं के पश्चात यूरोपीय आर्थिक समुदाय इसी की सहायता पर
रोक लगने से यह परियोजना नाबार्ड की सहायता से वर्ष 1999 में पुनः प्रारंभ की गई|
इंदिरा आवास योजना(indira aavas yojana)
बीसलपुर बांध परियोजना (bisalpur bandh priyojana)
– यह राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना है जिससे अजमेर, जयपुर ,सरवाड़ ,केकड़ी , नसीराबाद, किशनगढ़ ,दुदु ,ब्यावर, फागी, चाकुस, टोंक , जयपुर ,अजमेर नागौर, कुल 4 जिलों के 450 से अधिक गांवों को पेयजल मिलेगा
– जयपुर नगर को पेयजल की आपूर्ति हेतु सूरजपुरा टोंक से बालावाला, सांगानेर के मध्य पाइप लाइन बिछाई गई है
– इस परियोजना के तहत बनास नदी पर टोंक जिले की टोडारायसिंह तहसील के बीसलपुर गांव में बीसलपुर बांध बनाया गया इस बांध की भराव क्षमता 38.7 टी.एम.सी हैं
– बीसलपुर बांध से दो नहरे निकालकर टोंक जिले को 81,800 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई हो रही है
– तथा बीसलपुर परियोजना के लिए नाबार्ड द्वारा आर्थिक सहायता (वित्तपोषण ) दी जा रही है|