नकी झील (सिरोही) (naki jeel (sirohi)

– राजस्थान में सर्वाधिक ऊंचाई (1300मीटर ) स्थित नकी झील सिरोही जिले में आबू पर्वत पर स्थित है भूगोलवेत्ताओं के अनुसार यह एक ज्वालामुखी क्रेटर झील हैं एक किंवदन्ती के अनुसार देवताओं ने अपने नाखूनों से इस झील को खोदा था इसी कारण इसका नाम नक्की झील पड़ा झील के किनारे रघुनाथ जी का मंदिर टाँक राँक , नन राँक, पैरँट रॉक , राम झरोखा गुफा , हाथी गुफा , एवं चंपा गुफा स्थित है|
भामाशाह योजना( ग्रामीण विकास), मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना (mukhyamantri aadarsh gram panchayat yojana)
आनासागर झील (अजमेर ) (aanasagar jeel ajmer)
– अजमेर के निकट नाग पहाड़ की तलहटी में पृथ्वीराज चौहान के पिता जी ने इस झील का निर्माण 1137 के निकट एक पहाड़ी पर बजरंग गढ़( हनुमान मंदिर) स्थित है इस के किनारे बारादरी का निर्माण शाहजहां ने 1637 ई मे करवाया था तथा दौलत बाग जो कि अब सुभाष उद्यान के नाम से जाना जाता है वहां का निर्माण मुगल बादशाह जहांगीर ने करवाया
फॉय सागर (अजमेर ) (phay sagar ajmer)
– अजमेर के निकट ही वर्ष 1891-92 में अकाल राहत कार्यों के दौरान एक अंग्रेज अभियंता श्री फौजी ने बॉडी नदी पर बांध बनाकर फॉयसागर झील का निर्माण करवाया जो वर्तमान में एक खूबसूरत पिकनिक स्थल है अधिक भरने पर इसका पानी आनासागर झील में जाता है|
इंदिरा आवास योजना(indira aavas yojana)
सिलीसेढ़ झील (silisedh jeel)( अलवर )
– अलवर में 13 किमी दूर चारों ओर से अरावली पर्वत मालाओं से गिरी सिलीसेढ़ झील लगभग 10 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली है इस झील के किनारे 1845 में अलवर के महाराजा विनय सिंह ने अपनी रानी शीला के लिए एक शाही शिकारगाह लॉज एवं 6 मंजिला सुंदर महल बनवाया इस महल में अब होटल लेक पैलेस (आर टी डी सी ) संचालित किया जा रहा है
कोलायत झील( बीकानेर ) (kolayat jeel bikaner)
– बीकानेर से 50 किमी दक्षिण में बीकानेर जैसलमेर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग 15 )पर कोलायत कस्बे के निकट कपिल मुनि की तपोस्थली कोलायत झील स्थित है कपिल मुनि सांख्य दर्शन के प्रणेता माने जाते हैं यहां पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन होता है इस मेले में दीपदान का विशेष महत्व है|