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राजस्थान कि झीले, बालसमंद झील जोधपुर, उदय सागर झील उदयपुर (rajasthan ki jeele, balsamnd jeel jodhpur, uday sagar jeel udayapur)

राजस्थान कि झीले (rajasthan ki jeele)

राजस्थान कि झीले
राजस्थान कि झीले

नवल सागर/ नवलखा झील (बूंदी)- राजस्थान कि झीले बूंदी के तारागढ़ की पहाड़ी की तलहटी में राजा उमेश सिंह द्वारा इस झील का निर्माण करवाया गया

– झील के मध्य में जलदेवता वरुण का मंदिर आधा डूबा हुआ है

– इस झील के किनारे यहां के शासक विष्णु सिंह ने अपनी रानी सुंदर शोभा के लिए सुंदर महल एवं सुंदर घाट का निर्माण करवाया|


राजीव गांधी सिद्धमुख नोहर सिंचाई परियोजना (rajiv gandhi sidhdmukh nohar sichai priyojana)

गैव सागर (डूंगरपुर) (गैब सागर/ गैप सागर )

– झील का निर्माण महारावल गोपीनाथ ने करवाया था इसके किनारे उदय विलास महल एवं राज राजेश्वर मंदिर स्थित है

– झील के भीतर बादल महल एवं इसकी पाल पर डूंगरपुर के महारावल पंकज राज द्वारा निर्मित गोवर्धन नाथ का मंदिर श्रीनाथ मंदिर निकट ही फतेहगढ़ विवेकानंद स्मारक राजा बलि वाटगड़ की मीरा गवरी बाई नाना भाई एवं काली बाई की प्रतिमाएं स्थापित की गई है |


राजस्थान की प्रमुख नहर परियोजना, भरतपुर, गुड़गांव, जाखम बांध, गंगनहर, ईसरदा बांध (rajasthan ki parmukh nahar priyojana, bhartpur, gudagav, jakham bandh,gangnahar, esarada bandh)

बालसमंद झील (जोधपुर)

– 1159 में मंडोर के बालकराव प्रतिहार द्वारा निर्मित झील के किनारे ,होटल लेक पैलेस, स्थित है|


इंदिरा गांधी नहर परियोजना, (आई.जी.एन.पी), हरिके बैराज (endira gandhi nahar priyojana, harike beraj)

कायलाना झील( जोधपुर )

– झील का निर्माण जोधपुर राजपरिवार के सरप्रताप ने करवाया था वर्तमान में झील के माचिया सफारी पार्क (मार्ग वन )स्थित है|

उदय सागर झील( उदयपुर )

– महाराणा उदय सिंह द्वारा 1559 से 1564 ईस्वी तक की अवधि में इसका निर्माण किया गया है

– आयड नदी इसमें आकर गिरती है एवं बेंडच के नाम से निकलती है

पन्नालाल शाह का तालाब (खेतड़ी/ झुंझुनू)

– यह तालाब 1870 में सेट पन्नालाल शाह ने बनवाया खेतड़ी के राजा अजीत सिंह के आमंत्रण पर पधारें स्वामी विवेकानंद को इसी तालाब के किनारे बने आवास में ठहराया गया था |

राजस्थान में मत्स्य पालन (rajasthan me matsya palan)

गडसीसर तालाब (जैसलमेर )

– इसका निर्माण सन 1340 ईस्वी में रावल गडसी सिह ने जैसलमेर शहर के निकट करवाया था

– यह तालाब 1965 तक पेयजल स्रोत था

– इस सरोवर का मेहराबनूमा मुख्य द्वार टिलो नामक एक वेश्या ने बनवाया था( टिलों की पोल)

– इस के किनारे जैसलमेर लोक संस्कृति संग्रहालय स्थित है|

1.राष्ट्रीय गोवंश एवं भैंस प्रजनन परियोजना (rashtriya govansh avm bhes parjanan priyojana)


2.राजस्थान में विविध विकास कार्यक्रम (rajasthan me vividh vikas karyakram)

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